Gold Price Increase In One Month : पिछले छह हफ्तों से सोने की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। आज सोना 84,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है, जो छह हफ्ते पहले 76,544 रुपये प्रति 10 ग्राम था। इस दौरान सोने की कीमत में लगभग 8,350 रुपये यानी 10.90% की बढ़ोतरी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने का भाव लगातार छह हफ्तों से बढ़ रहा है और फिलहाल यह 2,886 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है।
कैसे बढ़ रहा हैं सोने का भाव ?
सोने की कीमतों में हाल ही में हुई तेजी के पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं। सबसे प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का संकेत है। यह कदम निवेशकों को कम जोखिम वाले विकल्पों की ओर आकर्षित करता है, और सोना ऐसी ही एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। इसके अलावा, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से व्यापार युद्ध की बढ़ती आशंका और संरक्षणवादी नीतियों ने भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता पैदा की है, जिसके परिणामस्वरूप निवेशक सोने को एक सुरक्षित पनाहगाह मान रहे हैं। घरेलू स्तर पर, भारतीय रुपये के कमजोर होने ने भी सोने की कीमतों को बढ़ावा दिया है, क्योंकि सोना आमतौर पर डॉलर में कारोबार किया जाता है।
ट्रेड वॉर और जियोपॉलिटिकल टेंशन
एसएस वेल्थस्ट्रीट की संस्थापक सुगंधा सचदेवा के अनुसार, अमेरिका ने चीन के साथ व्यापार युद्ध को और गहरा करने की धमकी दी है। अमेरिका ने चीन पर 10% का आयात शुल्क लगाने और मैक्सिको तथा कनाडा पर 25% का शुल्क लगाने की धमकी दी है। ये दोनों देश अमेरिका के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदार हैं। चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है, जिससे वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप के मध्य पूर्व को लेकर दिए गए बयानों ने क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। इन सभी कारकों ने वैश्विक स्तर पर आर्थिक अनिश्चितता को बढ़ा दिया है।
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सेंट्रल बैंकों के हुए रेट कट्स
विश्व के कई प्रमुख केंद्रीय बैंकों ने हाल ही में अपनी ब्याज दरों में कटौती की है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने पिछले छह महीनों में तीसरी बार 25 आधार अंकों की कटौती कर ब्याज दर को 4.50% कर दिया है। इसी तरह, यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने भी ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती कर इसे 2.75% कर दिया है। बैंक ऑफ कनाडा और भारतीय रिजर्व बैंक ने भी ब्याज दरों में कटौती की है। इन केंद्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दरों में की गई कटौतियों ने सोने की कीमतों को और मजबूती प्रदान की है।
सोने की कीमतों पर अमेरिकी बेरोजगारी दर का क्या असर हुआ
जनवरी 2025 में अमेरिका में नौकरी के मोर्चे पर उम्मीदों के विपरीत स्थिति देखने को मिली है। जहां अनुमान लगाया जा रहा था कि इस महीने में लगभग 1,69,000 नई नौकरियां सृजित होंगी, वहीं वास्तविक आंकड़े 1,43,000 ही रहे। हालांकि, इस कमजोर प्रदर्शन के बावजूद अमेरिकी बेरोजगारी दर घटकर 4% हो गई है, जो मई 2024 के बाद का सबसे कम स्तर है। नौकरी के आंकड़ों में इस उतार-चढ़ाव ने निवेशकों में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता पैदा कर दी है। इस अनिश्चितता के माहौल में निवेशकों ने सोने की ओर रुख किया है, जिससे सोने की मांग में बढ़ोतरी देखी गई है।
आगे कैसा रह सकता है सोने का रुख?
टेक्निकल विश्लेषण के अनुसार, सोने की कीमतों में अभी और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। हालाँकि, बाजार में कुछ उतार-चढ़ाव भी देखने को मिल सकते हैं। अगर सोने की कीमत 83,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर से नीचे आती है, तो यह 83,300 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिर सकती है। इसलिए, सोने में निवेश करने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की गतिविधियों पर नज़र रखें और किसी भी संभावित गिरावट के लिए तैयार रहें।