Gold Import In India : वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले डीजीसीआई (Directorate General of Commercial Intelligence and Statistics) ने नवंबर महीने के सोने के आयात के आंकड़ों में संशोधन किया है। पहले यह बताया गया था कि नवंबर में भारत ने 14.86 अरब डॉलर मूल्य का सोना आयात किया है, लेकिन बाद में जांच के बाद इस आंकड़े को संशोधित करके 9.84 अरब डॉलर कर दिया गया। यानी, पहले बताए गए आंकड़े की तुलना में सोने के आयात का आंकड़ा लगभग 5 अरब डॉलर कम है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि जुलाई 2024 में सरकार ने सोने के आयात पर लगने वाले शुल्क को 15% से घटाकर 6% कर दिया था। इस कदम से सोने का आयात बढ़ने की उम्मीद थी। हालांकि, नवंबर के संशोधित आंकड़े बताते हैं कि सोने का आयात उतना नहीं बढ़ा जितना अनुमान लगाया जा रहा था। इस संशोधन के कारण व्यापार घाटे का आंकड़ा भी कम हो गया है।
क्या ताजा आए इंपोर्ट के आंकड़े सही है
जीजेपीसी के कार्यकारी निदेशक सब्यसाची रे ने हाल ही में सोने के आयात के आंकड़ों को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें कही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि हाल ही में जारी किए गए सोने के आयात के आंकड़े सही हैं। हालांकि, सरकार अभी भी इन आंकड़ों की गहन जांच कर रही है और भविष्य में इनमें कुछ संशोधन हो सकते हैं। रे ने यह भी बताया कि सोने की मांग जितनी आंकड़ों में दिखाई दे रही है, उतनी वास्तव में नहीं है। सोने के आयात के बाद उसे विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) में जमा किया जाता है। जब सोने की मांग होती है, तब इसे SEZ से निकाला जाता है और इस दौरान दो बार एंट्री की प्रक्रिया होती है। यह दोहरी एंट्री ही आंकड़ों में वृद्धि का कारण बन सकती है। सरकार इस पूरे मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इस बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
सोने को लेकर बजट से क्या हैं उम्मीदें
सब्यसाची रे ने सरकार से अपील की है कि सोने पर लगी आयात शुल्क को कम रखा जाए। उनका तर्क है कि आयात शुल्क कम होने से सोने का ग्रे मार्केट खत्म हो रहा है और संगठित क्षेत्र में सोने की बिक्री बढ़ रही है। कंपनी का लक्ष्य अगले साल 2500 नए स्टोर खोलने का है। कम आयात शुल्क के कारण देश में सोने की बिक्री में वृद्धि हुई है, जिससे कंपनी को अपने विस्तार के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल रही है।
सोने में कितना रिटर्न मिल सकता है
विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले 25 वर्षों में सोना निवेशकों के लिए एक बेहतर विकल्प साबित हुआ है। इस दौरान केवल दो वर्षों में ही सोने ने नकारात्मक रिटर्न दिया है। इस वर्ष भी सोने से 12-13 प्रतिशत तक का रिटर्न मिलने की उम्मीद है। प्रोइंटेलिट्रेड सर्विसेज के दिनेश सोमानी के अनुसार, यदि सोने की कीमत 77800-77850 रुपये के स्तर तक पहुंचती है तो यह खरीदने का एक अच्छा मौका होगा। उनका अनुमान है कि सोना 78250 रुपये के स्तर को भी छू सकता है।
आज क्या रहा सोने चांदी का भाव
आज, 10 जनवरी 2025 को सोने के दाम में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 24 कैरेट सोने की कीमत में 500 रुपये और 22 कैरेट सोने की कीमत में 450 रुपये का इजाफा हुआ है। देश के अधिकांश शहरों में 24 कैरेट सोना लगभग 79,300 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना लगभग 72,700 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, चांदी की कीमतों में कोई खास बदलाव नहीं आया है और यह लगभग 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर बनी हुई है।
क्यों बढ़ रहा है सोने का भाव
शादी के सीजन के कारण भारत में सोने की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप सोने की कीमतों में भी इजाफा हुआ है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मजबूती और देश में निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी ने भी कीमतों को बढ़ावा दिया है। रुपये के कमजोर होने के कारण सोने की कीमतें और अधिक बढ़ी हैं। आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मान रहे हैं। आने वाले दिनों में अमेरिका के आर्थिक आंकड़े जैसे बेरोजगारी दर और पीएमआई रिपोर्ट भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
10 जनवरी 2025 को क्या है सोने का रेट
शहर का नाम | 22 कैरेट सोने का रेट | 24 कैरेट सोने का रेट |
दिल्ली | 72,750 | 79,350 |
नोएडा | 72,750 | 79,350 |
गाजियाबाद | 72,750 | 79,350 |
कोलकाता | 72,600 | 79,200 |
पटना | 72,650 | 79,250 |
अहमदाबाद | 72,650 | 79,250 |
जयपुर | 72,750 | 79,350 |
गुड़गांव | 72,750 | 79,350 |
लखनऊ | 72,750 | 79,350 |
मुंबई | 72,600 | 79,200 |
भुवनेश्वर | 72,600 | 79,200 |
बेंगलुरु | 72,600 | 79,200 |