Aaj Ka Sone Ka Bhav : आज सोना की कीमतों में आई 550 रूपये तक की गिरावट | जाने क्या रहे आई 22 और 24 कैरेट सोने के भाव

Aaj Ka Sone Ka Bhav : सोने की लगातार बढ़ती कीमतों में आज रोक लग गई है। शनिवार, 14 दिसंबर को सोने के भाव में 550 रुपये तक की गिरावट देखी गई है। इस गिरावट के बाद 22 कैरेट सोने का भाव 73,000 रुपये से नीचे आ गया है। 24 कैरेट सोने का भाव दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 79,000 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है, जो कल की तुलना में लगभग 500 रुपये सस्ता है। वहीं, मुंबई, चेन्नई और बिहार में सोने का भाव 72,300 रुपये के आसपास चल रहा है।

आज 14 दिसंबर को एक किलोग्राम चांदी का क्या रेट

देश के सर्राफा बाजार में आज चांदी की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली है। आज शनिवार को एक किलोग्राम चांदी 93,500 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रही है। यह कल के मुकाबले 3,000 रुपये की गिरावट है। कल चांदी का भाव 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम था।

14 दिसंबर 2024 को ये रहा सोने का रेट

शहर का नाम 22 कैरेट गोल्ड रेट 24 कैरेट गोल्ड रेट
मुंबई ₹ 72,300 ₹ 78,870
कोलकाता ₹ 72,300 ₹ 78,870
भुवनेश्वर ₹ 72,300 ₹ 78,870
बेंगलुरु ₹ 72,300 ₹ 78,870
पटना ₹ 72,350 ₹ 78,920
अहमदाबाद ₹ 72,350 ₹ 78,920
दिल्ली ₹ 72,450 ₹ 79,020
नोएडा ₹ 72,450 ₹ 79,020
गाजियाबाद ₹ 72,450 ₹ 79,020
जयपुर ₹ 72,450 ₹ 79,020
गुड़गांव ₹ 72,450 ₹ 79,020
लखनऊ ₹ 72,450 ₹ 79,020

इस साल कैसी रही सोने की चाल

इस साल (2024) भारतीय बाजार में सोने की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। अब तक सोने के दाम में 30% से ज्यादा का उछाल देखने को मिला है। नवंबर के अंत तक सोने की कीमतें करीब 7,300 रुपये प्रति ग्राम तक बढ़ गईं, जो डॉलर में 28% की वृद्धि के बराबर है। यह पिछले 10 वर्षों में किसी भी कैलेंडर वर्ष का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोने की कीमतों में इस तेजी का मुख्य कारण केंद्रीय बैंकों और निवेशकों की भारी खरीदारी रही है। हालांकि, विश्लेषकों का कहना है कि आर्थिक और भू-राजनीतिक चुनौतियों के चलते यह प्रदर्शन 2025 के अंत तक जारी रहना मुश्किल हो सकता है। रिपोर्ट बताती है कि 2024 में उपभोक्ता मांग में गिरावट आई, लेकिन केंद्रीय बैंकों और निवेशकों की खरीदारी ने इस कमी को काफी हद तक पूरा कर दिया। डब्ल्यूजीसी के आंकड़ों के मुताबिक, केंद्रीय बैंकों की सोने की खरीदारी बेहद मजबूत रही। कैलेंडर वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही तक केंद्रीय बैंकों ने कुल 694 टन सोना खरीदा, जो 2022 के स्तर के बराबर है। यह प्रदर्शन दर्शाता है कि सोने में निवेश अभी भी सुरक्षित और आकर्षक विकल्प बना हुआ है, खासकर जब वैश्विक बाजार अनिश्चितताओं का सामना कर रहा है।

बैंको ने खूब खरीदा सोना

डब्ल्यूजीसी (वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल) की रिपोर्ट के अनुसार, उभरते बाजारों के केंद्रीय बैंकों ने सोने के बाजार में अपनी मजबूत पकड़ बनाए रखी है। तुर्की और पोलैंड ने अक्टूबर 2024 तक क्रमशः 72 टन और 69 टन सोना अपने भंडार में जोड़ा। वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक ने भी इस दौड़ में बड़ी भूमिका निभाई है। अक्टूबर महीने में भारत ने 27 टन सोना खरीदा, जिससे इस साल की कुल स्वर्ण खरीद 77 टन तक पहुंच गई। यह आंकड़ा पिछले साल 2023 की तुलना में पांच गुना अधिक है, जो बताता है कि भारत ने इस साल सोने के भंडारण पर खासा जोर दिया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एशियाई निवेशक सोने में लगातार दिलचस्पी दिखा रहे हैं। वहीं, 2024 की तीसरी तिमाही में कम यील्ड (ब्याज दर) और कमजोर अमेरिकी डॉलर ने पश्चिमी देशों में सोने की मांग को बढ़ावा दिया। इसके अलावा, बाजार में बढ़ती अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के माहौल में सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में उभरा है। इन हालातों ने सोने को निवेशकों के लिए एक मजबूत विकल्प बना दिया है, और इसका प्रदर्शन इसे और महत्वपूर्ण बनाता है।

2025 में सोने की कैसी रहेगी चाल

विश्लेषकों का मानना है कि साल 2025 सोने के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है क्योंकि उसे कई मुश्किल हालात का सामना करना पड़ेगा। इनमें सबसे बड़ा असर डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने और इसके चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों पर पड़ने वाले प्रभाव से जुड़ेगा। सोने के सबसे बड़े उपभोक्ता देशों में से एक चीन में होने वाले बदलावों पर भी खास नजर रहेगी। डब्ल्यूजीसी (वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल) ने बताया है कि हाल के महीनों में चीनी उपभोक्ताओं ने सोने की खरीदारी से दूरी बनाए रखी है। हालांकि, निवेशकों ने सोने का समर्थन किया है। लेकिन यह समर्थन पूरी तरह इस बात पर निर्भर करेगा कि व्यापार, प्रोत्साहन, और जोखिम से जुड़ी धारणा किस दिशा में जाती है। गोल्डमैन सैक्स और यूबीएस जैसे प्रमुख विश्लेषकों का कहना है कि 2025 में भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार युद्ध, और बाजार की अस्थिरता के चलते सोने की कीमतों में धीमी लेकिन स्थिर बढ़त देखने को मिल सकती है। गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर 2025 तक सोने के दाम प्रति औंस 3,150 डॉलर तक पहुंच सकते हैं (तेजी वाले परिदृश्य में), जबकि सामान्य स्थिति में यह 3,000 डॉलर प्रति औंस तक रह सकता है। यह मौजूदा स्तरों की तुलना में लगभग 17% की वृद्धि होगी। कुल मिलाकर, 2025 में सोने की कीमतों में नरम लेकिन सकारात्मक बढ़त की उम्मीद है, लेकिन बाजार का रुख वैश्विक राजनीति, व्यापार और निवेश के माहौल पर निर्भर करेगा। बाकि व्यापार अपने विवेक से करे

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